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जानें क्या है बैटरी स्वैपिंग और इसके फायदे ?

बैटरी स्वैपिंग

किसी भी इलेक्ट्रिक व्हीकल की बैटरी चार्ज करने में 3 से 4 घंटे का समय लगता है, फ़ास्ट चार्जर का इस्तेमाल करके आप चार्जिंग टाइम तो कम कर सकते हैं लेकिन फिर भी एक घंटे का समय तो लगेगा ही, ऐसे में डिस्चार्ज बैटरी को बदलकर पहले से ही चार्ज बैटरी लगा देना ही बैटरी स्वैपिंग कहलाता है।

बैटरी स्वैपिंग सर्विस में इलेक्ट्रिक व्हीकल में लगी बैटरी रिमूवेबल होती है। इनमे बैटरी को निकाल कर हम चार्ज कर सकते हैं। बैटरी स्वैपिंग का कॉन्सेप्ट बहुत ही आसान है, अगर बैटरी डिस्चार्ज हो जाती है, तो डिस्चार्ज बैटरी को निकाल कर दूसरी चार्ज बैटरी फिट करके आप आगे बढ़ सकते है। बैटरी को चेंज करने में महज 4 से 5 मिनट का समय लग सकता है।

जानें बैटरी स्वैपिंग के फायदे

भारत में मिलने वाले ज्यादा इलेक्ट्रिक टू व्हीलर की ड्राइविंग रेंज 80 से 100 किमी के बीच है। ऐसे में अगर आपके व्हीकल में बैटरी स्वैपिंग की सर्विस है, तो आप दूसरी बैटरी लगाकर अपने व्हीकल की ड्राइविंग रेंज को डबल यानी की लगभग 200 किमी तक कर सकते है। बैटरी स्वैपिंग सर्विस की मदद से आप फ्यूल व्हीकल में होने वाले पेट्रोल के खर्च को कम कर सकते हैं और साथ ही इमरजेंसी पड़ने पर आप अपने इलेक्ट्रिक व्हीकल का इस्तेमाल कर सकते हैं। आप इसे दफ्तर ले जाने के साथ घर के घरेलू काम के लिए भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

इसके कुछ फायदे भी हैं, तो आइए जानते है बैटरी स्वैपिंग सर्विस को इस्तेमाल करने के कुछ फायदे-

1. पहला फायदा ये है, कि बैटरी स्वैपिंग सर्विस को इस्तेमाल करने से प्रदूषण स्तर में तेजी से गिरावट लाने में मदद मिलेगी।

2. दूसरा फायदा ये है, कि आपको अपनी गाड़ी चार्ज करने के लिए 3 से 4 घंटा इंतजार नहीं करना पड़ेगा।

3. आपकी जो इलेक्ट्रिक गाड़ियां होती है, उसमे 40 से 50 प्रतिशत कॉस्ट गाड़ी की बैटरी का होता है। अगर आप बैटरी स्वैपिंग मॉडल्स की गाड़ियां खरीदते है, तो बैटरी का बड़ा अमाउंट आपको नही देना होगा, जिसकी वजह से आपकी गाड़ी की कॉस्ट कम हो जाती है और अगर बहुत सारे स्वैपिंग स्टेशंस आपके यह पर लगे हैं, तो आप उनसे न्यू बैटरी कले सकते है और डिस्चार्ज बैटरी दे सकते है। ऐसा करना से 40 से 50 प्रतिशत व्हीकल का कॉस्ट कम हो जाता है और आपकी ड्राइविंग रेंज भी डबल हो जाएगी है।

4. अगर आप फिक्स्ड बैटरी वाली व्हीकल खरीदते हैं, तो कुछ सालों बाद आपको बैटरी रिप्लेस करना होगा और आपको एक बड़ा अमाउंट पे करना पड़ सकता है। बल्कि बैटरी स्वैपिंग मॉडल में आपका ये अमाउंट घट जाता है क्योंकि आप रेगुलरली दूसरी बैटरी लगा रहे हैं और इसे इस्तेमाल कर रहे हैं।

बैटरी स्वैपिंग के फायदे के साथ-साथ इसके कुछ चैलेंजेस भी हैं-

1. जैसे की टू व्हीलर और थ्री व्हीलर में ये टेक्नोलॉजी आ चुकी है, लेकिन इनकी बैटरी का साइज एक समान नहीं होता है। कोई बैटरी छोटी होती है, कोई बड़ी और कोई लंबी होती है। तो इसके चिंता का विषय यह है की आपको चूस करना पड़ेगा की आपकी बैटरी का साइज क्या है।

2. दूसरा चैलेंज ये है की कंपनी को रेंट या लीज में बैटरी देने के लिए रिलायबल रहना होगा।

3. तीसरा चैलेंज ये है, कि आपको एडिशनल इन्वेंटरी बैटरी के लिए मेंटेन करना होगा।


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